840 मीट्रिक टन प्याज(Onion Price) दिल्ली पहुंचा,Delhi-NCR में होगा सस्ता
दिल्ली में 35 रुपये प्रति किलो प्याज की होगी बिक्री। फिलहाल खुदरा बाजार में प्याज की कीमत 60-70 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
आज़ादपुर मंडी में बड़े पैमाने पर प्याज उतारे जाने का असर सीधे तौर पर खुदरा बाजार में देखने को मिलेगा।
नेफेड ने चेन्नई में भी प्याज की उपलब्धता बढ़ाई थी
इससे पहले नेफेड ने 26 अक्टूबर, 2024 को नासिक से रेल रेक द्वारा 840 मीट्रिक टन प्याज चेन्नई पहुंचाया था। गुवाहाटी के लिए एक और रेल रेक 30 अक्टूबर की सुबह नासिक से रवाना हुई। इसमें नेशनल कॉपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन यानी एनसीसीएफ द्वारा खरीदा गया 840 मीट्रिक टन प्याज है। रेल द्वारा इतने बड़े पैमाने पर प्याज की ढुलाई से देश भर में प्याज की उपलब्धता में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।
प्याज की महंगाई को नियंत्रण करने के लिए सरकार ये कदम उठा रही है
सरकार ने इस वर्ष प्याज के मूल्य(Onion Price) को स्थिर रखने के लिए 4.7 लाख टन रबी प्याज की खरीद की थी। 5 सितंबर, 2024 से 35 रुपए प्रति किलोग्राम की दर पर खुदरा बिक्री को बढ़ावा दिया गया। इसके जरिए देश भर की प्रमुख मंडियों में थोक बिक्री के प्याज उपलब्ध कराना शुरू कर दिया था।नासिक और अन्य केंद्रों से अब तक 1.40 लाख टन से अधिक प्याज ट्रकों के जरिए बाजारों तक भेजा जा चुका है। अभी तक एनसीसीएफ ने 22 राज्यों के 104 स्थानों को और नेफेड ने 16 राज्यों के 52 स्थानों के लिए प्याज उपलब्ध कराया हैं। यहीं नहीं इन एजेंसियों ने आम जनता को 35 रुपए प्रति किलोग्राम प्याज मिले इसके लिए सफल, केंद्रीय भंडार और रिलायंस रिटेल जैसी खुदरा श्रृंखलाओं के साथ भागीदारी की है।
केंद्र सरकार का दावा है कि इस पहल की शुरुआत करने से आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और दिल्ली जैसे प्रमुख राज्यों में प्याज़ की खुदरा कीमतें(Onion Price) नियंत्रण रखने में काफ़ी हद तक सफलता मिली है। अक्टूबर के दौरान देशभर में औसत खुदरा कीमतें काफ़ी हद तक स्थिर रहीं। गुवाहाटी के लिए रेल द्वारा प्याज की ढुलाई होने से देश के पूर्वोत्तर राज्यों में प्याज की कीमते गिरेगी।
नासिक मंडी में प्याज का थोक मूल्य में गिरावट
आंकड़ों पर गौर करे तो देश की सबसे बड़ी प्याज मंडी,नासिक मंडी में प्याज की कीमत(Onion Price) में 7 रुपये प्रति किलों तक गिरावट आई है। 24 सितंबर को जहां प्याज का थोक मूल्य 47 रुपये प्रति किलो था जो मौजूदा समय में घटकर 40 रुपये प्रति किलों तक पहुंच गया है।