भूकंप से फिर थर्राया दिल्ली-एनसीआर, रिक्टर स्केल में 3.1 थी तीव्रता

भूकंप का केंद्र हरियाणा का फरीदाबाद रहा

दिल्ली-NCR में रविवार दोपहर 4 बजकर16 मिनट और 18 सेकेण्ड पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.1 मापी गई। भूकंप का केंद्र हरियाणा का फरीदाबाद रहा। हालांकि रविवार होने की वजह से दिल्ली एनसीआर की अधिकांश ऑफिसेज बंद थे,लोग अपना विकेंड परिवार के साथ मना रहे थे। लेकिन झटके इतने तेज थे कि लोग घबराकर अपने अपने घरों से बाहर निकल गए।  भूकंप की कंपन को एनसीआर के फरीदाबाद, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गुरुग्राम में भी महसूस किए गए। गनीमत यह रही कि कहीं से किसी प्रकार के नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई।

 भूकंप आने का ये है कारण?
पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।

भूंकप के केंद्र और तीव्रता का ये है मतलब
भूकंप का केंद्र उस स्थान को कहते हैं जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है। कंपन की आवृत्ति ज्यों-ज्यों दूर होती जाती हैं, इसका प्रभाव कम होता जाता है। फिर भी यदि रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में। यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा।

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