अंतरिम बजट 2024-25: डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं
87A के तहत 7.5 लाख रुपये तक की छूट बचाया जा सकता है
मोदी सरकार 2.0 का आखिरी बजट केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने आज संसद में पेश की। चूंकि यह अंतरिम बजट है लिहाजा मोदी सरकार लोक-लुभावन योजनाओं की घोषणा नहींं की,क्योंकि अप्रैल-मई में आम चुनाव होने है। नई सरकार बनने के बाद जुलाई माह में पूर्ण बजट पेश करेगी। 58 मिनटों की इस बजट भाषण में वित्त मंत्री ने आयकर दाताओं को कोई राहत नहीं दी है। वित्त मंत्री सीतारमन ने अपने बजट भाषण में कहा कि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष करों के स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है। लिहाजा करदाताओं को पुराने टैक्स सुविधाओं और विकल्पों के तहत ही टैक्स का भुगतान करना होगा।
पुरानी टैक्स रिजीम के तहत इनकम टैक्स स्लैब
कमाई(रुपये में) टैक्स की दर
2.5 लाख तक शून्य
2.5 लाख से 5 लाख तक 5 फीसदी
5 से 10 लाख तक 20 फीसदी
10 लाख से अधिक 30 फीसदी
नई टैक्स रिजीम के तहत इनकम टैक्स स्लैब
कमाई (रुपये में) टैक्स की दर
3 लाख तक शून्य
3 से 6 लाख तक 5 फीसदी
6 से 9 लाख तक 10 फीसदी
9 से 12 लाख तक 15 फीसदी
12 से 15 लाख तक 20 फीसदी
15 लाख से अधिक 30 फीसदी
कुछ सस्ता या महंगा नहीं
इस बार के अंतरिम बजट में कुछ भी सस्ता या महंगा हुआ। ऐसा इसलिए क्यों कि जुलाई 2017 में लागू जीएसटी के बाद बजट में सिर्फ कस्टम ड्यूटी और एक्साइज ड्यूटी में ही बदलाव किया जा सकता है। जिसका असर बहुत सीमित वस्तुओं और सेवाओं पर देखने को मिलता है।
पीएम मोदी ने कहा-ये देश निर्माण का बजट है
अंतरिम बजट पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये बजट देश के निर्माण का बजट है। ये बजट विकसित भारत के युवा,गरीब,महिला और किसान पर आधारित है। इस बजट में 2047 के भारत की नींव को मजबूत करने की गारंटी है। इसमें भारत की यंग एस्पिरेशन का प्रतिबिंब है।पीएम ने कहा कि अब हमने दो करोड़ और नए घर बनाने का लक्ष्य रखा है। पहले हमने 2 करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा था जिसे बढ़ाकर 3 करोड़ कर दिया गया है। साथ ही पीएम ने कहा कि इस बजट में गरीब और मध्यम वर्ग को सशक्त करने पर जोर दिया गया है।