लोन पर EMI नहीं होगी सस्ती,आरबीआई ने रेपो रेट में नहीं किया बदलाव

लोन पर ब्याज दर नहीं बढ़ेंगे,आरबीआई ने रेपो रेट 6.5 फीसदी बरकरार रखी है।

आम चुनाव से पहले आम जनता को निराशा हाथ लगी है। आम जनता की नज़र आज आरबीआई के मौद्रिक नीति कमेटी के फैसलों पर थी। लोगों को उम्मीद थी कि आरबीआई रेपो रेट में कटौती का ऐलान कर सकता है,जिससे उनके इएमआई कम हो। लेकिन अभी लोगों की होम लोन की ईएमआई कम नहीं होगी। लोगों को सस्ते लोन के लिए इंतजार करना पड़ेगा। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एक बार फिर से रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला किया है। मौद्रिक नीति कमेटी ने रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर स्थिर रखने का फैसला लिया है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अगुवाई वाली मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) की बैठक 3 अप्रैल से शुरू हुई थी। आज यानी 5 अप्रैल को आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक समीक्षा बैठक (RBI MPC Meeting 2024) के नतीजों का ऐलान किया है। केंद्रीय बैंक ने एक बार फिर से रेपो रेट को यथावत रखते हुए उसमें कोई बदलाव नहीं किया है। लंबे समय से आरबीआई ने रेपो रेट में कटौती नहीं की है। कई जानकार पहले से उम्मीद जता रहे थे कि पैनल इस बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करेगा। इससे पहले वित्त वर्ष 24 की अंतिम बैठक में एमपीसी ने रेपो रेट में लगातार छठी बार कोई बदलाव नहीं किया था। इसे 6.50 फीसदी पर स्थिर रखने का फैसला किया था।

 

एसबीआई रिपोर्ट ने पहले ही दे दिए है ये संकेत

एसबीआई की रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि आरबीआई की मौद्रिक नीति कमेटी चालू वित्त वर्ष के अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में रेपो रेट में कटौती करने का फैसला कर सकती है। देश के सबसे बड़े पीएसयू बैंक ने कहा कि साधारण तौर पर अमेरिका और ब्रिटेन जैसी विकसित अर्थव्यवस्थाओं में रेट में बदलाव के करीब 2 महीनों के बाद ही उभरती हुई अर्थव्यवस्थाएं ब्याज दरों में बदलाव करती है। एसबीआई रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि आरबीआई फिलहाल अपना स्टैंड नहीं बदलेगा। इसके पीछे ईंधन और खाद्य कीमतों में उतार-चढ़ाव बने रहना का कारण है।

फरवरी 2023 में किए गए थे आखिरी बार बदलाव

आरबीआई ने आखिरी बार फरवरी 2023 में ब्याज दरें 0.25 फीसदी बढ़ाकर 6.5 फीसदी कर दिया था। यह स्थिति अब तक बरकरार है। आरबीआई ने इससे पहले फरवरी 2024 में भी हुई बैठक में ब्याज दरों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की थी।

क्या है रेपो रेट,रेपो रेट और इएमआई के बीच है सीधा कनेक्शन

रेपो रेट वो रेट होती है जिस पर आरबीआई से बैंकों को कर्ज मिलता है। इसी तरह जब रेपो रेट बढ़ता है तो कर्ज लेना महंगा हो जाता है। आरबीआई रेपो रेट घटाता है तो बैंक भी ब्याज दरों को कम कर देते हैं। मई 2022 से अब तक 2.5 फीसदी ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की गई है। 27 मार्च 2020 को रेपो रेट 4.4 फीसदी थी जो फिलहाल 6.5 फीसदी पर बनी हुई है।

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