छह महीने में सबसे अधिक क्रूड ऑयल की कीमत(Crude Oil)
क्रूड ऑयल के दाम बढ़ने से तेल कंपनियों की मुसीबतें बढ़ी,100 डॉलर प्रति बैरल पहुंचने के आसार
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल(Crude Oil) के दाम 91 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया है। पिछले छह महीने में क्रूड ऑयल के दामों का ये सबसे उच्चतम स्तर है। ईरान को लेकर खाड़ी के देशों में बढ़ते तनाव के साथ आपूर्ति में दिक्कतें और क्रूड ऑयल के मांग में मजबूती के चलते कच्चे तेल के दामों में ये उछाल देखने को मिल रहा है।
क्रूड ऑयल के दाम बढ़ने के ये है कारण
आंकड़ों के मुताबिक ब्रेंट क्रूड ऑयल(Crude Oil) प्राइस 91.17 डॉलर प्रति बैरल के लेवल पर जा पहुंचा है तो WTI क्रूड ऑयल(Crude Oil) प्राइस 86.91 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। सीरिया में ईरान के दूतावास पर इजरायल के हमले में ईरान के टॉप जनरल के साथ दूसरे सेना के अधिकारियों की मौत हो गई है जिसके बाद ईरान ने जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है जिसके चलते कच्चे तेल के दामों में ये तेजी देखने को मिल रही है। विशेषज्ञों की माने तो इजरायल – हमास युद्ध में ईरान के शामिल होने पर क्रूड ऑयल की सप्लाई बाधित हो सकती है। ईरान दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल उत्पादक देश है। जानकारों के मुताबिक आने वाले समय में कच्चे तेल की कीमत 95 से 100 डॉलर प्रति बैरल के रेंज में कारोबार कर सकता है। वहीं दूसरी तरफ रुस और यूक्रेन के बीच भी युद्ध जारी है। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय लेवल पर क्रूड ऑयल के दाम में बढ़ोत्तरी का दबाव बना हुआ है।
तेल कंपनियों ने हाल ही घटाए है 2 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल-डीजल दाम
कच्चे तेल के दामों में तेजी ने भारत की मुश्किलें बढ़ा दी है। मार्च महीने में लोकसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा के ठीक पहले सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल डीजल के दामों में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती कर दी थी। दिल्ली में आज पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये प्रति लीटर है. मुंबई में पेट्रोल की कीमत 104.21 रुपये है। कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 103.94 रुपये प्रति ली0 वहीं चैन्नई में पेट्रोल के दाम 100.75 रुपये प्रति लीटर है।दिल्ली में आज डीजल की कीमत 87.62 रुपये है। वहीं, मुंबई में डीजल की कीमत 92.15 रुपये है। कोलकाता में डीजल की कीमत 90.76 रुपये प्रति लीटर है और चेन्नई में डीजल के दाम 92.34 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। लोकसभा चुनावों तक ये कंपनियां राजनीतिक दवाब के चलते कच्चे तेल के दामों में उछाल के बावजूद पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ा नहीं सकेंगी जिससे इनके मुनाफे पर असर पड़ सकता है। कच्चे तेल के दामों में उछाल के बाद इन तेल कंपनियों के मार्जिन पर असर पड़ना लाजिमी है।
बढ़ते क्रूड ऑयल की कीमतों पर आरबीआई ने ये कहा
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए मॉनिटरी पॉलिसी का एलान करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कच्चे तेल(Crude Oil) के दामों में आए उछाल के बाद इसपर कड़ी नजर बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव के चलते कमोडिटी के दामों में उछाल का जोखिम बना हुआ है तो सप्लाई चेन दिक्कतें पैदा हो सकती हैं। वहीं क्रूड ऑयल के दामों में अचानक उछाल से महंगाई बढ़ने का दबाव बना हुआ है। इसके अलावा तमाम देशों के केंद्रीय बैंक,नीति निर्माता और निवेशक भी तनाव में महसूस कर रहे है।