Cabinet फैसला अयोध्या से सीतामढ़ी तक रेलवे लाइन बिछाया जाएगा
आंध्र प्रदेश में भी 257 किमी लंबी रेल लाइन बिछाई जाएगी। स्पेस सेक्टर में भी मोदी सरकार बड़ी रकम खर्च करेगी।
पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार की कैबिनेट (Cabinet) ने आज यानी 24 अक्टूबर को कई महत्वपूर्ण फैसले किए। बिहार और आंध्र प्रदेश को सरकार ने एक बार फिर बड़ा तोहफा दिया है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या से बिहार के सीतामढ़ी तक बहुप्रतीक्षित रेलवे लाइन बिछाने को मंजूरी दे दी गई है। नरकटियागंज रेल लाइन का दोहरीकरण भी किया जाएगा। आंध्र प्रदेश में भी 257 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाई जाएगी। ये सारे प्रोजेक्ट चार साल के अंदर पूरे किए जाने हैं। इससे पहले भी मोदी सरकार 3.0 के सत्ता में आने के बाद आम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए कई आर्थिक सहायता पैकेज का ऐलान किया था। आपको बता दे कि केंद्र में एनडीए की सरकार है जिसमें उनके सहयोगी दल जदयू और टीडीपी का सहयोग कर रही हैं।
भगवान राम और माता सीता के जन्मस्थली को जोड़ेगा भारतीय रेल
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस ब्रीफिंग कर कैबिनेट (Cabinet) फैसले की जानकारी दी कि केंद्र सरकार ने बिहार के पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण जिलों को दीवाली से पहले बड़ा तोहफा दिया है। एक और परियोजना को केंद्र सरकार ने मंजूरी देते हुए भगवान राम के जन्मस्थली अयोध्या से माता सीता के जन्मस्थान सीतामढ़ी तक करीब 256 किलोमीटर की रेल लाइन बिछाने का फैसला किया है। यह रेल लाइन नेपाल सीमा के आसपास होगी। इससे उत्तर बिहार, मुजफ्फरपुर, मिथिलांचल, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण जैसे शहर जुड़ेंगे। 4,553 करोड़ रुपये की लागत से यह प्रोजेक्ट पूरा होगा। इसके अलावा मिथिलांचल के नॉर्थ बिहार और नॉर्थ ईस्ट स्टेट को लेकर एक बड़े प्रोजेक्ट पर मुहर लगाई गई है।
आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती रेल नेटवर्क से जु़ड़ेगा विजयवाड़ा,चेन्नई और हैदराबाद
केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश के अमरावती को भी बड़ा तोहफा दिया है। आज की कैबिनेट (Cabinet) बैठक में फैसला लिया गया कि अमरावती से 57 किलोमीटर की रेलवे लाइन बिछाई जाएगी, जो 5 बड़े शहरों से उसे जोड़ेगी। इनमें विजयवाड़ा, चेन्नई, हैदराबाद शामिल हैं। आंध्र प्रदेश की कृष्णा नदी पर तीन किलोमीटर लंबा पुल बनेगा। इस योजना के तहत बहुत बड़ा मल्टी मॉडल लॉजिस्टिकल हब इस लाइन पर बनाने की भी योजना है।
स्पेस सेक्टर में स्टार्टअप को मदद दी जाएगी