कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने क्यों कहा-महिला आरक्षण विधेयक के दरवाजे 2029 तक बंद
गणेश चतुर्थी के शुभ दिन यानी कि 19 सितंबर को नए संसद भवन में राज्यसभा का पहला कार्य दिवस हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में आए और उन्होंने महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन अधिनियम), जी-20, देश की नई संसद और पुरानी संसद जैसे महत्वपूर्ण विषयों का उल्लेख किया। नए संसद भवन में राज्यसभा की पहली बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आज यहां राज्यसभा के सभी सांसद साथियों से आग्रह करने आया हूं कि जब भी महिला आरक्षण बिल हमारे सामने आए तो आप सब सर्वसम्मति से उस पर निर्णय करें।
राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष ने बिल पर कही यह बात
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि महिला आरक्षण विधायक का कांग्रेस पार्टी हमेशा से समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि 2010 में राज्य सभा में कांग्रेस-यूपीए सरकार ने महिला आरक्षण विधेयक पास करवाया था। बिल पर राज्य सभा में खड़गे ने कहा कि राजनीति में जिस प्रकार एससी/एसटी वर्ग को संवैधानिक अवसर मिला है, उसी प्रकार ओबीसी वर्ग की महिलाएं समेत सभी को इस विधयेक से सामान मौका मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जो विधेयक लाई है, उसको गौर से देखने की ज़रुरत है। विधेयक के मौजूदा प्रारूप में लिखा है कि यह 10 वर्षीय जनगणना और परिसीमन के बाद ही लागू किया जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इसका मतलब, मोदी सरकार ने शायद 2029 तक महिला आरक्षण के दरवाज़े बंद कर दिए हैं। भाजपा को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।