आईसीसीसी को लेकर भारत को मिली बड़ी सफलता,2027 में भारत में होगा भव्य आयोजन
विदेश नीति हो या फिर सामरिक पहचान या फिर मेजबानी, भारत हर क्षेत्र में आज अपना लोहा मनवा रहा है। हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित जी 20 के भव्य आयोजन से पूरी दुनियां अचंभित दिखी। इसी कड़ी में भारत को एक और बड़ी सफलता मिली है। भारत ‘इंटरनेशनल कांग्रेस ऑन द केमिस्ट्री ऑफ सीमेंट’ (आईसीसीसी) 2027 की मेजबानी करेगा। आईसीसीसी की मेजबानी हासिल करने की दौड़ में भारत के अलावा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और स्विट्जरलैंड भी शामिल थे। इस इवेंट के आयोजन से ना सिर्फ सीमेंट तथा कंक्रीट के क्षेत्र में अनुसंधान के मामले में भारतीय उद्योग को मौके मिलेंगे बल्कि वैश्विक सीमेंट इंडस्ट्री के विभिन्न पहलुओं को शो केस करने में मदद मिलेगी। वैश्विक स्तर पर भारत 600 मिलियन टन की क्षमता के साथ दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट बड़ा इंडस्ट्री है।
बैंकॉक में भारत ने पेश की मजबूत दावेदारी
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग यानी डीपीआईआईटी के मुताबिक, भारत के अग्रणी अनुसंधान एवं शैक्षणिक संस्थान, नेशनल काउंसिल फॉर सीमेंट एंड बिल्डिंग मैटेरियल्स (एनसीसीबीएम) ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के साथ मिलकर बैंकॉक (थाईलैंड) में चल रहे 16वें आईसीसीसी के दौरान सम्मेलन की संचालन समिति के सदस्यों के समक्ष मजबूती से भारत की दावेदारी सफलतापूर्वक पेश की। यह सम्मेलन अपनी तरह का सबसे बड़ा आयोजन है, जो सीमेंट तथा कंक्रीट के क्षेत्र में अनुसंधान की प्रगति की समीक्षा करता है। यह सम्मेलन 1918 से आम तौर पर चार से छह वर्षों के अंतराल पर आयोजित किया जाता है। गौरतलब है कि आखिरी बार राष्ट्रीय राजधानी में 1992 में इसका आयोजन किया गया था।