महिला आरक्षण बिल संसद के दोनों सदनों लोक सभा और राज्य सभा से पास हो चुका है। संसद के विशेष सत्र में इस बिल पर दोनों सदनों में व्यापक चर्चा हुई। विपक्ष इस बिल को लाने के मोदी सरकार के इरादे को लेकर सवाल उठा रही है वही सत्ता पक्ष इसे नियम कानून के तहत लागू करने की बात कह रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि कांग्रेस पार्टी ने गत दिन राज्य सभा में महिला आरक्षण बिल पर संशोधन बिल पर अपना मत रखा था। जयराम रमेश ने लिखा कि महिला आरक्षण को 2024 के आम चुनाव से लागू किया जाना चाहिए था। उन्होंने लिखा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की तरह पिछडे वर्ग की महिलाओं के लिए भी आरक्षण की व्यवस्था होनी चाहिए थी।
भाजपा का वास्तविक इरादा हुआ उजागर
जयराम रमेश ने आगे लिखा कि इन दोनो संशोधनों को शामिल नहीं करना साफ दिखता है कि भाजपा का वास्तविक इरादा क्या है। जनगणना और परिसीमन के बाद इसके लागू करने की शर्त बहुत ही कमजोर बहाना है। इसे वास्तविक तौर पर लागू किए बिना इसे एक थके और सुस्त पड़े पीएम सिर्फ इसे चुनावी लाभ के लिए इस्तेमाल करना चाहते है।