छठ पर्व(Chhath Parv) खत्म होने के बाद रेलवे चलाएगी 446 स्पेशल ट्रेनें
8 से 22 नवंबर के बीच बिहार झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के इलाकों से चलेगी ज्यादातर ट्रेनें
दिवाली और छठ पर्व(Chhath Parv) खत्म होने के बाद प्रवासियों को काम पर लौटने के लिए रेलवे 450 से ज्यादा विशेष ट्रेनों का संचालन करेगी, इसको लेकर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार ने पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों संग बैठकर कर तैयारियों का जायजा लिया।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सतीश कुमार ने कहा कि 8 नवंबर से 22 नवंबर के बीच लंबी दूरी की 446 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा । जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि (वर्ष 2023 में) 369 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया गया था । इस प्रकार पिछले वर्ष की तुलना में इस बार लंबी दूरी की 75 अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनें चलायी जा रही हैं । 8 नवंबर को बरौनी, दरभंगा, दानापुर, गया, जयनगर, मुजफ्फरपुर, पटना, रक्सौल, सहरसा, समस्तीपुर एवं अन्य स्टेशनों से 35 स्पेशल ट्रेनें देश के विभिन्न महत्वपूर्ण स्टेशनों के लिए चलायी जाएंगी । अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड ने अत्यधिक भीड़ के मद्देनजर ट्रेनों के सुचारू परिचालन एवं यात्रियों की सुरक्षा के लिए समुचित कदम उठाने का निर्देश दिया ।
पूर्व मध्य रेल द्वारा छठ महापर्व(Chhath Parv) पर यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए भीड़ प्रबंधन सहित अन्य कई कदम उठाए गए हैं । यात्री सुरक्षा में किसी प्रकार की चूक न हो इसके लिए स्टेशनों पर रेल सुरक्षा बल निरंतर चौकसी बरत रहे हैं । अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए कुछ स्टेशनों पर डॉग स्क्वायड के साथ रेल सुरक्षा बल की तैनाती की गई है।
छठ पर्व(Chhath Parv) पर चाक-चौबंद होगी सुरक्षा व्यवस्था
पटना, दानापुर, राजेंद्रनगर टर्मिनल, सहरसा, मुजफ्फरपुर, दरभंगा सहित अन्य प्रमुख स्टेशनों पर यात्रियों के लिए होल्डिंग एरिया बनाया गया है जिसमें पानी, बैठने एवं आराम करने तथा यात्री सुरक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। साथ ही ट्रेन के आवागमन की जानकारी सहज उपलब्ध हो सके इसके लिए स्टेशनों पर निरंतर उद्घोषणा की जा रही है । इसके लिए मेगा माइक भी उपयोग में लाया जा रहा है । भीड़ नियंत्रण के लिए मुख्य स्टेशनों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे से रेल सुरक्षा बलों द्वारा चौबीसों घंटे गहन निगरानी की व्यवस्था की गयी है। साथ ही रेल सुरक्षा बल की खुफिया इकाइयों को विभिन्न स्रोतों से हरसंभव खुफिया जानकारी एकत्र करने के लिए विशेष रूप से सक्रिय कर दिया गया है । राजकीय रेल पुलिस/स्थानीय पुलिस केंद्रीय/राज्य के खुफिया विभागों के साथ निकट समन्वय रखा जा रहा है । महिला यात्रियों की सुरक्षा एवं मदद हेतु ट्रेनों एवं प्रमुख स्टेशनों पर आरपीएफ की अतिरिक्त महिला कांस्टेबलों की टीम ‘‘मेरी सहेली‘‘ की तैनाती की गयी है। पूर्व मध्य रेल में पहली बार राज्य सरकार से समन्वय स्थापित करते हुए भीड़ नियंत्रण हेतु दानापुर मंडल में 100, सोनपुर मंडल में 40 तथा समस्तीपुर मंडल में 50 होमगार्ड को विभिन्न स्टेशनों पर तैनाती की गयी है । समस्तीपुर मंडल में आरपीएफ, जीआरपी, एनसीसी, स्काउट एंड गाइड के लगभग 1000 लोगों को भीड़ नियंत्रण के लिए तैनात किया जाएगा ।
यात्रियों की सहायता हेतु सभी प्रमुख स्टेशनों पर ‘‘मे आई हेल्प यू‘‘ सहायता बूथ चौबीसों घंटे कार्यरत है जहां संबंधित विभाग के वरिष्ठ कर्मचारी आवश्यक जानकारी के साथ निरंतर ड्यूटी पर तैनात हैं । साथ ही चिकित्सा मदद के लिए चिकित्सा सहायता बूथ भी बनाए गए हैं । अंतिम क्षणों में प्लेटफार्म नहीं बदले जाएंगे । प्रमुख स्टेशनों पर हेल्पलाइन नं. जारी किए गए हैं । यात्रा टिकट प्राप्त करने में दिक्कत ना हो इसके लिए प्रमुख स्टेशनों पर आवश्यकतानुसार अतिरिक्त टिकट काउंटर एवं एटीवीएम के लिए अतिरिक्त फैसिलिटेटर का प्रावधान किया गया है । नशाखुरानी की घटनाएं ना हो, इसक लिए ट्रेनों की निगरानी की जा रही है और ऐसे मामलों पर नियंत्रण के लिए विशेष सतर्कता बरती जा रही है ।
पैदल उपरी पुल/प्लेटफार्म और सर्कुलेटिंग एरिया पर विशेष ध्यान के साथ स्टेशनों पर और ट्रेनों में पर्याप्त संख्या में आरपीएफ एवं जीआरपी की तैनाती की गयी है । लंबी दूरी की ट्रेनों की सामान्य बोगियों में यात्रियों के चढ़ते समय धक्का-मुक्का न हो, इसके लिए आरपीएफ एवं जीआरपी द्वारा ज्यादा भीड़-भाड़ वाली ट्रेनों के सामान्य बोगियों में यात्रियों को कतारबद्ध तरीके से चढ़ाने की व्यवस्था की जा रही है । दानापुर मंडल के 73 ऐसे स्थलों को चिन्हित किया गया जहां रेलवे ट्रैक के आस-पास छठ घाट बनाए जाने की संभावना है । इसके मद्देनजर ऐसे सभी स्थलों पर सुरक्षा एवं निगरानी हेतु सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही है । इस दौरान इन स्थलों से गुजरने वाली ट्रेनों को नियंत्रित गति से चलाया जाएगा ।