सीमेंट के दाम (Cement Price) में 10% की गिरावट,कमजोर मांग है कारण

सितंबर महीने में सीमेंट के दाम 11 फीसदी गिरकर 330 रुपये प्रति 50 किग्रा

चालू वित्त वर्ष के दूसरे तिमाही में सीमेंट के दाम(Cement Price) में 10 फीसदी तक गिरावट आई है। इससे देश की प्रमुख सीमेंट कंपनियों के ‘मार्जिन’ में सितंबर तिमाही में गिरावट देखी गई। देश की तीन प्रमुख सीमेंट कंपनियों – अल्ट्राटेक सीमेंट, अंबुजा सीमेंट और डालमिया भारत को छोड़कर अन्य जैसे नुवोको विस्टास कॉर्प, जेके सीमेंट, बिड़ला कॉरपोरेशन और हीडलबर्ग सीमेंट सहित अन्य छोटे खिलाड़ियों के मुनाफे और राजस्व में चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में गिरावट देखी गई। उद्योग से संबंधित जानकारों का कहना है कि अल्ट्राटेक और अंबुजा सीमेंट्स की बिक्री की मात्रा में वृद्धि मुख्य रूप से दोनों कंपनियों द्वारा कई अधिग्रहणों के कारण हुई है। जिससे उद्योग में उनकी स्थिति और मजबूत हुई है। इस समयावधि में सीमेंट उद्योग को मॉनसून के लंबे समय तक रहने, बाढ़ और सरकारी मांग में धीमी वृद्धि जैसी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा। जिससे कुल मिलाकर मांग कमजोर हुई। हालांकि, उद्योग के लिए बिजली, ईंधन और अन्य लागत काफी हद तक स्थिर रहीं।

जून,2024 में ऑल इंडिया लेवल पर सीमेंट की औसत कीमत लगभग 348 रुपये प्रति 50 किलोग्राम बैग थी। सितंबर में यह सालाना आधार पर 11 प्रतिशत घटकर 330 रुपये प्रति बैग रह गई। हालांकि, मासिक आधार पर इसमें दो प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। इक्रा (ICRA) की एक रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में सीमेंट की कीमतें(Cement Price) सालाना आधार पर 10 प्रतिशत घटकर 330 रुपये प्रति बैग रह गई। एक साल पहले 2023-24 में सीमेंट की औसत कीमतें 365 रुपये प्रति बैग और 2022-23 में 375 रुपये प्रति बैग थीं।

डालमिया सीमेंट ने जानकारी दी कि दूसरे तिमाही में दक्षिण और पूर्वी मार्केट में कमजोर मांग देखी गई। इन बाजारों मे तिमाही दर तिमाही आधार पर 5 से 7 फीसदी और सालाना आधार पर 10-12 फीसदी की कमजोर मांग देखी गई। चूंकि मॉनसून में सीमेंट की बिक्री पर परंपरागत तौर पर असर पड़ता है। इसी के प्रभाव से  बिरला सीमेंट की बिक्री वोल्यूम में भी 5 फीसदी यानी कि 3.97 मीट्रिक टन सीमेंट की मांग कम हुई। एम पी बिरला ग्रुप का सीमेंट से मिलने वाले राजस्व में 13.88 फीसदी यानी कि 1,874.68 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। हालांकि तिमाही दर तिमाही आधार पर जे के सीमेंट के शुद्ध बिक्री में 0.8 फीसदी का इजाफा देखने को मिला और कंपनी ने 4,708 रुपये प्रति टन बेचा जबकि जून तिमाही में कंपनी ने 4,669 रुपये प्रति टन बेचा था। जबकि नुवोको विस्टा कॉर्प ने जानकारी दी कि तिमाही दर तिमाही आधार पर सीमेंट के दाम(Cement Price) 4 फीसदी तक कम हुआ। जिसके वजह से सालाना आधार पर इसके वोल्यूम में 5 की गिरावट देखी गई। इसी तरह हिडलबर्ग सीमेंट का रेवेन्यू भी 18.54 फीसदी यानी कि 461.41 करोड़ रुपये कम हो गया। जबकि कंपनी के वोल्यूम में 15 फीसदी और सीमेंट के दाम में 4 फीसदी की गिरावट रही।

उम्मीद की जा रही है कि दूसरे छमाही में सीमेंट कंपनियों के अच्छे दिन आएंगें। उम्मीद है कि हाउसिंग के लिए और सरकारी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में गति पकड़ेगी।  जिससे सीमेंट के दाम और सीमेंट उद्योग कंपनियों के लिए मुनाफा दोनों बेहतर होगा।

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