जनगणना नहीं कराये जाने पर कांग्रेस नेता व सांसद जयराम रमेश ने केंद्र सरकार के इरादों पर सवाल खड़े किए

जयराम रमेश ने की मांग, जातिगत आधार पर ओबीसी वर्ग का भी हो जनगणना

देश में हर दस साल में जनगणना कराये जाने का प्रावधान है। लेकिन कोरोना महामारी की वजह से साल 2021 का जनगणना नहीं कराया जा सका था। चूंकि अब कोरोना महामारी और इसके प्रभाव का काल समाप्त हो चुका है,ऐसे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सांसद जयराम रमेश ने देश में जनगणना कराये जाने की मांग की है। जयराम रमेश ने कहा कि भारत के इतिहास में पहली बार जनगणना कराने में 3.5 सालों की देरी हुई है। जनगणना के जरिए अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की संख्या का आंकड़ा सामने आ पाता है। कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी हमेशा से जनगणना कराये जाने के पक्ष में आवाज उठाती रही है। जाति आधारित अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के जनगणना होती रही है। तो ऐसे में अन्य पिछड़ा वर्ग का भी जनगणना कराया जाना चाहिए। सरकार बताए कि ओबीसी की जनगणना कराये जाने में क्या दिक्कते आ रही है। चूंकि जनगणना कराने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होती है। कांग्रेस पार्टी ने मांग की है कि आगामी जनगणना में एक और सवाल जोड़ा जाना चाहिए कि क्या आप ओबीसी वर्ग में आते है?आरक्षण में 50 सीमा का निर्धारण किया गया है,ऐसे में संविधान में संशोधन करने की जरुरत आ पड़ी है। जातिगत जनगणना सामाजिक न्याय के लिए बहुत जरुरी है।

 

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