MSMEs को अब एक और लोन मिलना होगा आसान , GeM लांच करने जा रही है यह सेेवा
रजिस्टर्ड सेलर्स को 10 मिनट में मिलेगा कॉलेटरल फ्री 10 लाख तक का लोन
अगर आप एमएसएमई है ओर आपने जीएमएम पोर्टल पर खुद को रजिस्टर्ड करा लिया है तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी आने वाली है। जेम के सीईओ पी के सिंह ने आज ऐलान किया है कि वह बहुत जल्द जेम सहाय 2.0 को लांच करने जा रही है। इस सुविधा के लांच होने से करीब 15 लाख रजिस्टर्ड सेलर्स को सीधा फायदा पहुंचेगा। रजिस्टर्ड सेलर्स को 10 लाख रुपये तक का इंस्टेंट लोन मिलेगा वो भी सिर्फ 10 मिनट में। जेम सीईओ ने जानकारी देते हुए कहा कि GeM Sahay 2.0 एप्लीकेशन के जरिए बड़े बैंक और NBFCs से भी कॉलेट्रेल लोन मिलना आसान हो पायेगा इस बाबत संबंधित स्टेकहॉल्डर्स से बातचीत चल रही है।
MSMEs को कब मिल सकता है लोन
सेलर को ऑर्डर मिलते ही वह लोन लेने के लिए योग्य पात्र हो जायेगा। ऑर्डर मिलते ही सेलर जरूरी दस्तावेज को अपलोड कर ऑर्डर वैल्यू का 80 फीसदी तक का लोन लेने के लिए अप्लाई कर सकता है। जेम सीईओ ने उम्मीद जताई कि सेलर का दायरा बढ़ने, लोन एप्लीकेशन ज्यादा आने और बड़े बैंक के जुड़ने से ब्याज की दर 10 फीसदी से भी कम हो सकती है। फिलहाल यह ब्याज दर 13 से 14 फीसदी तक की होती है।
GeM Sahay 1.0 के तहत 22 करोड़ रुपये लोन बांटा जा चुका है
कंपनी के एसीईओ अजीत चौहान ने जानकारी दी कि जेम सहाय 1.0 एप्लीकेशन के पायलट प्रोजेक्ट के जरिए अभी तक 5 हजार से ज्यादा सेलर्स को 21.96 करोड़ रुपये बांटा जा चुका है। कंपनी के सीईओ ने कहा कि जेम सहाय 2.0 एप्लीकेशन 3 अक्टूबर से पूरी तरह से फंक्शनल हो जायेगा और वर्ष 2023 के अंत तक इस एप्लीकेशन के जरिए लोन देने की व्यवस्था शुरू हो जायेगी। GeM Sahay 2.0 एप्लीकेशन OCEN 4.0 प्लेटफॉर्म पर काम करेगी। इसके जरिए 10*10*10 के फार्मूले या फिलोस्फी पर काम करेगा। यानी कि 10 लाख का लोन 10 मिनट में और 10 फीसदी के ब्याज पर।
GeM Sahay 1.0 की खासियत
OCEN प्लेटफॉर्म पर इसका पायलट प्रोजेक्ट किया गया
13,400 रजिस्टर्ड सेलर्स
21.96 करोड़ रुपये का लोन बांटा गया
95 फीसदी लोन समय पर हुआ री-पेड
उद्यम और आधार के जरिए आसानी से पंजीकरण कराने की सुविधा
एस-एसटी और महिला उद्यमियों का भी बढ़ रहा है योगदान
जेम के अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी है कि 1 जनवरी से 20 सिंतबर तक कुल एमएसई का लेन-देन 57 फीसदी बढ़ी है। जबकि महिला उद्यमियों का ऑर्डर 31 फीसदी अधिक देखा गया। वहीं एस एसटी उद्यमियों का ऑर्डर में भी 35 फीसदी का ज्यादा उछाल देखने को मिला।
जेम पोर्टल की बढ़ रही है लोकप्रियता और मांग
आंकड़ों पर गौर करे तो देश भर के सेलर्स 5.20 लाख करोड़ रुपये का लेन-देन जेम पोर्टल से कर चुकी है। कंपनी के अधिकारी ने बताया कि कई बार बहुत सारे ऐसे कैटेगरी होते है जिसका सेलर नहीं होता इसके लिए भी यह पोर्टल मददगार होता है।