दीवाली से पहले पुरानी दिल्ली बाजार(Old Delhi Market) का होगा कायाकल्प
चांदनी चौक सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने 21 अक्टूबर को संबंधित सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है।
भीड़भाड़ और हमेशा गुलजार रहने वाला पुरानी दिल्ली बाजार(Old Delhi Market) का जल्द कायाकल्प होने जा रहा है। देश-विदेश से हजारो कारोबारी रोजाना पुरानी दिल्ली बाजार(Old Delhi Market) से कारोबार करते है। लेकिन बाजार और इसके आस-पास के इलाकों की बदहाल हालात की वजह से इन कारोबारियों को आये दिन मूलभूत समस्याओं से जूझना पड़ता है। लेकिन ये समस्याएं अब बीती दिनों की बात बन जाएगी। चाँदनी चौक से लोकसभा सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने 21 अक्तूबर को सफाई, ट्रैफिक, अतिक्रमण और सुरक्षा की समस्याओं पर चर्चा के लिए सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई है। जिसमें पुरानी दिल्ली बाजार(Old Delhi Market) क्षेत्र को युद्ध स्तर पर तुरंत दुरुस्त करने के लिए रोडमैप बनाकर काम शुरू किया जाएगा।
इन विभागों के अधिकारी रहेंगे मौजूद
दीवाली के त्योहारों के मद्देनजर पुरानी दिल्ली के बाजारों की बदहाल स्थिति को दुरुस्त करने के लिए सांसद खंडेलवाल ने इस उच्च स्तरीय बैठक में नगर निगम, पुलिस, जल बोर्ड, शहरी आश्रय सुधार बोर्ड, बिजली, पी डब्ल्यू डी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों को बुलाया है। ताकि क्षेत्र के बाजारों की साफ-सफाई, सीवर, ट्रैफिक, अतिक्रमण और सुरक्षा जैसे गंभीर मसलों का समाधान सुनिश्चित किया जा सके।
दिल्ली सरकार पर लगाया गंभीर आरोप
सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि दिल्ली की आप सरकार ने बाजारों को पूरी तरह से राम भरोसे छोड़ दिया है। जिससे पुरानी दिल्ली का क्षेत्र अनेक समस्याओं से जूझ रहा है। दिवाली जैसे महत्वपूर्ण त्यौहार के समय में भी बाजारों की दुर्दशा में कोई सुधार नहीं हुआ है। सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। सड़कों पर अतिक्रमण से ट्रैफिक जाम एक आम समस्या बन गई है, और सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं।
सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने कहा
21 अक्टूबर को आयोजित इस बैठक का उद्देश्य इन सभी समस्याओं का समाधान करना है। सभी संबंधित विभागों से चर्चा कर एक कार्ययोजना बनाई जाएगी ताकि दीवाली से पहले बाजारों की स्थिति सुधारी जा सके और ग्राहकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।उन्होंने कहा, “दिल्ली के बाजार हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, और इनकी बदहाल स्थिति पर ध्यान देना दिल्ली सरकार की जिम्मेदारी है। लेकिन दिल्ली सरकार के उदासीन रवैये ने बाज़ारों की सूरत ही बिगाड़ दी है। यह बैठक हालात सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगी। व्यापारियों और ग्राहकों को त्योहारी सीजन में बेहतर सुविधाएँ मिलें, इसके लिए सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर तत्काल समाधान किया जाएगा।
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