केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने की अपील, फ्लैक्सी इंजनों से जीएसटी घटाए राज्य
वाहनों से निकलने वाले खतरनाक धुआं और जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर समय की मांग है कि अब हमें फ्लेक्सी इंजन वाले वाहनों की ओर आगे बढ़ना होगा। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितीन गडकरी ने राज्य सरकारों से अपील की है कि वे फ्लैक्सी इंजन कारों से जीएसटी दर घटाए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य सरकारों को फ्लैक्सी इंजन कारों और स्कूटरों पर जीएसटी की दर घटाकर 12 फीसदी करना चाहिए। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित आईएफजीई के कार्यक्रम बायो एनर्जी एंड टेक एक्सपो को संबोधित करते हुए गडकरी ने यह बात कही।
नितीन गडकरी ने यह कहा-राज्यों के वित्त मंत्रियों से बातचीत कर उन्हें समझाने की कोशिश करेंगे। रविवार को हमारी मुलाकात महाराष्ट्र के वित्त मंत्री से हुई थी। मैनें उन्हें समझाने की कोशिश किया कि कृप्या वे फ्लैक्सी इंजन कारों और स्कूटरों के लिए लगने वाले जीएसटी की दर घटाकर 12 फीसदी करने की दिशा में आगे बढ़े।
बाजार में फ्लैक्सी इंजन की आपार संभावनाएं
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि फ्लैक्सी फ्यूल इंजन का डेवलपमेंट करना सरकार का लक्ष्य है। हमारे पास इसके लिए पर्याप्त उन्नत तकनीक भी मौजूद है। टाटा,सुजुकी और टोयोटा जैसी कंपनियां तो इस दिशा में काफी आगे बढ़ गई है और फ्लैक्सी फ्यूल इंजन पर तेजी से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि फ्लैक्सी फ्यूल इंजन ना सिर्फ सस्ती है बल्कि इससे खतरनाक प्रदूषण से भी बचने में मददगार होगी। लोगों के जेब पर भी इसका पॉजिटिव असर पड़ेगा।
इथेनॉल से चलने वाले दो पहिया वाहन तैयार
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने जानकारी दी कि बजाज,टीवीएस और हीरो सहित दो-तीन और कंपनियों ने 100 फीसदी इथेनॉल से चलने वाली दो पहिया वाहनों के मॉडल तैयार कर चुके हैं। यहीं नहीं कई जेनेरेटर निर्माता कंपनियां डीजल से चलने वाली जेनेरेटर इंजन के स्थान पर इथेनॉल से चलने वाली जेनेरेटर बनाने पर काम तेजी से कर रही हैं। 5 लाख मोबाइल या टेलिकॉम्यूनिकेशन टॉवर में भी इसी तरह के बदलाव किए जा रहे हैं। इन टॉवरों में करीब 250 करोड़ लीटर डीजल की खपत होती है। साथ ही गडकरी ने कहा कि देश में कच्चा माल की भरमार है,बस जरुरत है अधिक से अधिक बायोमास का उत्पादन करने की,ताकि बायोफ्यूल की उपलब्धता बढ़ाई जा सके।