कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने क्यों कहा-महिला आरक्षण विधेयक पीएम का महिला मतदाताओं के वोट को भुनाने की बेताबी भर है

संसद के विशेष सत्र का आज तीसरा दिन है। आज भी नई संसद में महिला आरक्षण विधेयक पर घमासान जारी है। कांग्रेस,सपा,बसपा,टीएमसी सहित तमाम विपक्षी राजनीतिक पार्टियां इसे बिना देरी के देश में लागू करने की बात कह रही हैं। कई राजनीतिक दल महिला आरक्षण विधेयक में अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग के लिए अलग से आरक्षण की व्यवस्था होने की मांग कर रहे है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा है कि लोकसभा में भाजपा की ओर से बोलने वाले यह समझाने की बहुत कोशिश कर रहे हैं कि वे 2026 के बाद पहली जनगणना के उपरांत परिसीमन के प्रावधान के संबंध में संविधान का पालन कर रहे हैं। लेकिन वे यह समझाने में सफल नहीं होंगे कि महिला आरक्षण को लागू करने के लिए सबसे पहले परिसीमन से जोड़ने की आवश्यकता क्यों है?? भाजपा ने 2010 में ऐसी कोई शर्त के बिना ही विधेयक का समर्थन किया था। उन्होंने लिखा कि यह और कुछ नहीं बल्कि प्रधान मंत्री द्वारा 2024 के चुनावों में महिलाओं के आरक्षण को वास्तव में लागू किए बिना उनके वोट को भुनाने की बेताबी को दिखाता है!

 

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