धनतेरस (Dhanteras) पर 60 हजार करोड़ रुपये के व्यापार होने का अनुमान
बाज़ारों में चारों तरफ़ वोकल फॉर लोकल की धूम मची है। धनतेरस पर लोग जमकर सोने-चांदी,देवी-देवताओं की मूर्तियां,बर्तन,गाड़ियां,होम एप्लीएन्सेस और झाडू कर खरीदारी कर रहे हैं।
आज देश भर में धनतेरस(Dhanteras) का त्योहार धूम-धाम से मनाया जा रहा है। जहां एक तरफ लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ दूकानदारों और शोरुम मालिकों की दीवाली से पहले दीवाली मन रही हैं। व्यापारी और कारोबारी साल भर से इस दिन का इंतजार करते हैं। बिक्री बढ़ाने और ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कारोबारी कई तरह की रणनीतियां अपनाते और ऑफर देते हैं। मकसद एक ही होता है इस दिन उनका व्यापार रिकॉर्ड स्तर पर हो। इसके लिए व्यापारी व कारोबारी महिनों पहले से तैयारी करना शुरू कर देते हैं।
धनतेरस के मौके पर कैट राष्ट्रीय महासचिव व चांदनी चौक सांसद ने कही ये महत्त्वपूर्ण बात
कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री तथा चाँदनी चौक के सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि कल और आज धनतेरस(Dhanteras) के मौक़े पर देश भर में लगभग 60 हज़ार करोड़ रुपये के रिटेल व्यापार का अनुमान है। वहीं दूसरी तरफ़ इस दिवाली पर वोकल फॉर लोकल का असर पूरी तरह बाज़ारों में दिख रहा है। ऐसा देखा जा रही है कि करीब अधिकांश खरीदारी भारतीय सामानों की ही हो रही है । एक अनुमान के अनुसार मेक इन इंडिया सामानों की मांग बढ़ने से चीन को करीब 1 लाख 25 हज़ार करोड़ रुपये के व्यापार की चपत लगी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की है ये अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर के लोगों से अपील की है कि वे वोकल फॉर लोकल के तहत क्षेत्र की महिलाओं, कुम्हारोंं, कारीगरों सहित अन्य स्थानीय लोगों द्वारा बनाए गए समानों की खरीदारी कर इस बार दिवाली मनाए। ताकि उनके घर भी अच्छे से दिवाली मनाया जा सके। इसी कड़ी में सांसद खंडेलवाल कल भाजपा कार्यकर्ताओं तथा व्यापारियों के साथ चाँदनी चौक में कुम्हारों से मिट्टी के दीये एवं मिट्टी से बने सजावट का सामान खरीदेंगे। इसके अलावा वे अन्य भारतीय सामान की ख़रीदी कर वोकल फॉर लोकल अभियान को मज़बूती देंगे। ये मुहिम सिर्फ दिल्ली तक सिमट कर नहीं रहेगी, बल्कि देश भर के व्यापारी स्थानीय महिलाओं,कुम्हारों,कारीगरों द्वारा निर्मित समानों की खरीदारी करेंगे।
धनतेरस(Dhanteras) पर इन सामानों की जबरदस्त बिक्री होती हैं
धनतेरस के दिन सिद्धि विनायक श्री गणेश जी , धन की देवी श्री महालक्ष्मी जी तथा श्री कुबेर जी की पूजा होती है । इस दिन नई वस्तु ख़रीदना शुभ माना जाता है । इस दिन ख़ास तौर पर सोना-चाँदी के आभूषण व अन्य वस्तुएँ, सभी प्रकार के बर्तन, रसोई का सामान , वाहन, कपड़े एवं रेडीमेड गारमेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स, बिजली का सामान एवं उपकरण, व्यापार करने के उपकरण जैसे कंप्यूटर और कंप्यूटर से जुड़े उपकरण, मोबाइल , बही खाते, फर्नीचर, एकाउंटिंग का अन्य सामान आदि विशेष रूप से ख़रीदे जाते हैं । प्राचीन मान्यता के अनुसार धनतेरस के दिन झाड़ू भी अवश्य ख़रीदी जाती है |
23 हजार करोड़ रुपए के सोना-चांदी की बिक्री
धनतेरस(Dhanteras) पर आज देश भर में लगभग 20 हज़ार करोड़ का सोना और लगभग 2500 करोड़ की चाँदी ख़रीदी गई। ज्वेलरी सेक्टर के कैट के संगठन ऑल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन (AIJGF) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा ने बताया कि धनतेरस पर पूरे देश में सोने और चांदी की जबरदस्त बिक्री हुई है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष धनतेरस पर सोने और चांदी की बिक्री में वृद्धि हुई है। देश में लगभग चार लाख छोटे और बड़े ज्वेलर्स काम करते हैं। भारतीय मानक ब्यूरो में 2 लाख ज्वेलर्स पंजीकृत हैं जिन्होंने आज लगभग 25 टन सोने की बिक्री की। जिसका मूल्य 20 हज़ार करोड़ रुपये तथा इसी तरह देश भर में 250 टन चांदी बिकी, जिसकी कीमत लगभग 2,500 करोड़ रुपये है। पिछले वर्ष सोने का भाव 60 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो अब 80 हजार से अधिक है। चांदी का भाव पिछले वर्ष 70 हजार था, जो अब 1 लाख पहुंच गया है। इसलिए, वजन में बिक्री कम होने के बावजूद भी मुद्रा के रूप में बिक्री बढ़ी है।इसके अलावा पुराने चांदी के सिक्के की भी जबरदस्त मांग रही जो लगभग पूरे देश में 1200 से 1300 प्रति नग बिका|
धनतेरस(Dhanteras) के दिन इन भगवानों की पूजा होती है
कैट की वैदिक एवं ज्योतिष कमेटी के संयोजक तथा प्रख्यात वेद मर्मज्ञ उज्जैन के आचार्य दुर्गेश तारे ने बताया की भगवान धन्वंतरि का प्रदूर्भाव भी धनतेरस के ही के दिन हुआ था। भगवान धन्वंतरि भगवान विष्णु के अवतार हैं और औषधि के देवता भी हैं । इस दृष्टि से आज देश भर में भगवान धन्वंतरि की भी पूजा की जायेगी ।इनका प्रिय धातु पीतल माना जाता है। इसीलिये धनतेरस को पीतल आदि के बर्तन खरीदने को भी शुभ माना गया है। इसीलिए धनतेरस के दिन बर्तनों एवं खाना बनाने वाले सामानों की बिक्री बड़े पैमाने पर होती है। देश भर में लोगों के अलावा कैटरिंग व्यवसाय से जुड़े लोग, स्थानीय हलवाई, कॉंट्रैक्ट पर काम करने वाले रसोइये, होटल एवं रेस्टोरेंट व्यवसाय के लोग धनतेरस के दिन विशेष रूप से बर्तन आदि अवश्य ख़रीदते हैं । उन्होंने बताया कि आज धनतेरस के दिन घरों में यम देवता की भी पूजा होती है। साँय प्रदोष काल में गोबर अथवा आटे का मिट्टी का दीपक जिसे यम दीपक भी बोलते हैं, को दक्षिण दिशा की ओर मुख कर प्रज्वलित करना भी शुभ माना जाता है।
ये खबर भी पढ़े….PNB नेट प्रोफिट 145% बढ़कर 4,303 करोड़ रुपये